चांद की चांदनी | Chand ki Chandani
एक गांव में नन्दराम अपनी पत्नी सुनन्दा और बेटी खुशबू के साथ रहता था। नन्दराम के पास एक छोटा सा खेत था। जिसमें वह खेती किया करता था।
पास ही में उन्होंने एक झापड़ी बना रखी थी जिसमें वे सब रहते थे। एक दिन राम के समय घर के आंगन में तीनों सोने की तैयारी कर रहे थे। खुशबू अपनी मां के साथ सोती थी। दोंनो मां बेटी बातें कर रहीं थीं।
खुशबू: मां हमें घर में लाईट क्यों नहीं है। गांव के अधिकतर घरों में लाईट होती है।
सुनन्दा: बेटी ऐक दिन हमारा भी पक्का मकान होगा तब उसमें लाईट लग जायेगी। .......